Last Updated:December 20, 2025, 10:04 IST
Rajdhani Express Derailed: असम के नागांव में सैरांग-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस हाथियों के झुंड से टकराई गई. इस हादसे में 7 हाथियों की मौत हो गई. ट्रेन का इंजन और 5 कोच पटरी से उतर गए. हालांकि सभी यात्री सुरक्षित हैं. उन्हें ट्रेन की अन्य बोगियों में शिफ्ट कर गुवाहाटी पहुंचाया गया है. इस बीच पटरी को ठीक करने का काम चल रहा है. परिचालन जल्द शुरू होने की उम्मीद है.
इस ट्रेन को इसी साल सितंबर महीने में शुरू किया गया था. Rajdhani Express Derailed: असम के नागांव जिले में शनिवार तड़के एक दर्दनाक रेल हादसा हो गया. सैरांग-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 20507 डाउन हाथियों के झुंड से टकरा गई. यह घटना लुमडिंग डिवीजन के जमुनामुख–कांपुर सेक्शन में सुबह करीब 2:17 से 2:23 बजे के बीच हुई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रेन का इंजन और पांच कोच पटरी से उतर गए. रेल अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन गुवाहाटी से लगभग 126 किलोमीटर दूर कांपुर इलाके से गुजर रही थी जब हाथियों का झुंड अचानक ट्रैक पर आ गया. लोको पायलट ने हाथियों को देखते ही तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाए, लेकिन तेज रफ्तार और कम दूरी के कारण टक्कर टालना संभव नहीं हो सका. इस हादसे में 7 हाथियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक हाथी का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया.
राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में ट्रेन में सवार किसी भी यात्री को चोट नहीं आई. रेलवे ने स्पष्ट किया कि सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं. हादसे की सूचना मिलते ही राहत और बचाव ट्रेनें मौके पर पहुंच गईं. एनएफ रेलवे के महाप्रबंधक और लुमडिंग डिवीजन के डीआरएम सहित वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य की निगरानी की. प्रभावित कोचों में यात्रा कर रहे यात्रियों को अन्य कोचों की खाली बर्थों में अस्थायी रूप से शिफ्ट किया गया. क्षतिग्रस्त कोचों को अलग करने के बाद ट्रेन को सुबह गुवाहाटी के लिए रवाना कर दिया गया. गुवाहाटी पहुंचने पर ट्रेन में अतिरिक्त कोच जोड़े जाएंगे, जिसके बाद वह अपनी आगे की यात्रा जारी रखेगी. इस ट्रेन को इसी साल सितंबर महीने में शुरू किया गया था.
ट्रेनों का परिचालन बाधित
इस हादसे के कारण प्रभावित सेक्शन में ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ. फिलहाल इस रूट से गुजरने वाली ट्रेनों को अप लाइन से डायवर्ट किया गया है. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि परिचालन बहाल करने का काम तेजी से पूरा कर लिया गया है और जल्द ही दोनों लाइनें सामान्य हो जाएंगी. गौरतलब है कि यह इलाका रेलवे के चिन्हित हाथी कॉरिडोर में नहीं आता, फिर भी जंगली हाथियों का ट्रैक पर आना चिंता का विषय है. असम में रेल ट्रैक और जंगलों के निकट होने के कारण ऐसी घटनाएं समय-समय पर सामने आती रहती हैं. रेलवे और वन विभाग मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए उपाय कर रहे हैं.
First Published :
December 20, 2025, 09:40 IST

1 hour ago
