Deepak Success Story: अगर जीवन में कुछ कर दिखाने का जुनून हो तो हुनर इंसान को एक अलग पहचान दिला सकता है. मेरठ के कमालपुर गांव निवासी दीपक इसकी बेहतरीन मिसाल हैं, जिन्होंने फुटबॉल सिलाई के पारिवारिक काम को व्यवसाय का रूप देकर न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाया बल्कि गांव के अन्य लोगों को भी रोजगार दिया. दीपक ने लोकल-18 से बातचीत में बताया कि उनके पिता भी फुटबॉल सिलने का काम करते थे, जिससे प्रेरणा लेकर वह पंजाब के जालंधर गए, जहां ठेके पर काम करते हुए वह प्रतिमाह 10 से 12 हजार रुपये कमाते थे, लेकिन बढ़ती महंगाई में यह आमदनी पर्याप्त नहीं थी. पिता की सलाह पर दीपक ने अपनी बचत और सरकारी योजना के तहत जिला ग्रामोद्योग केंद्र से 2 लाख रुपये का लोन लेकर गांव में ही फुटबॉल निर्माण का व्यवसाय शुरू किया. आज उनके यहां 19 महिला-पुरुष काम कर रहे हैं और उनके द्वारा बनाए गए फुटबॉल उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान सहित कई राज्यों में सप्लाई हो रहे हैं. दीपक सभी कर्मचारियों को वेतन देने के बाद सालाना करीब तीन लाख रुपये की बचत कर लेते हैं. खास बात यह है कि दीपक ने केवल पांचवीं पास तक ही पढ़ाई की है, लेकिन अपने हुनर और मेहनत के दम पर उन्होंने सफलता हासिल की.
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3 hours ago

