वह गैंगस्टर, जो हर दूसरे दिन उठाता था नई लड़की, वही बनी मौत की वजह

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Last Updated:December 17, 2025, 13:37 IST

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वैसे तो कई गैंग और गैंगस्टरों का काम तमाम किया है. लेकिन साल 2005 में गैंगस्टर सोनू का एनकाउंटर एक ऐसा एनकाउंटर था, जिसकी चर्चा स्पेशल सेल के अधिकारी आज भी करते हैं. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सले के 50 से 60 सूपर कॉप गुड़गांव के एक सोसाइटी के भीतर गैंगस्टर सोनू और उसके दो साथियों का एनकाउंटर किया. इस एनकाउंटर की खास बात यह थी कि एक लड़की ने पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी दी थी, जिसके बाद स्पेशल सेल ने उसे ढेर किया. जानिए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट ललित मोहन नेगी ने इस एनकाउंटर को लेकर क्या कहा?

वह गैंगस्टर, जो हर दूसरे दिन उठाता था नई लड़की, वही बनी मौत की वजहगैंगस्टर सोनू के एनकाउंटर की कहानी.

नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में बीते कुछ दिनों से गैंगस्टरों को लेकर बवाल मचा हुआ है. बुधवार को भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 5 शार्प सूटरों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. बीते दो-तीन दशकों में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कई गैंगस्टरों का एनकाउंटर भी किया है, लेकिन साल 2005 में गैंगस्टर सोनू और उसके साथियों का एनकाउंटर आज भी चर्चा में रहता है. आज भी सोनू और उसके साथियों का एनकाउंटर एक रहस्य बना हुआ है. इस एनकाउंटर में शामिल एसीपी ललित मोहन नेगी ने न्यूज 18 हिंदी को बताया कि कैसे सोनू और उसके साथियों का एनकाउंटर किया गया. आइए जानते हैं कितना बड़ां गैंगस्टर सोनू था? सोनू की एनकआउंटर की वजह एक लड़की क्यों बनी? जानिए सोनू गैंगस्टर की कहानी दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड एसीपी ललित मोहन नेगी से.

उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले ललित मोहन नेगी स्पेशल में रहते हुए 33 एनकाउंटर किए हैं, जिसमें 47 गैंगस्टर और आतंकवादी मारे गए हैं. खास बात यह है कि इसमें 11 पाकिस्तानी आतंकवादी भी शामिल है. नेगी ने पार्लियामेंट अटैक, जामा मस्जिद टेररिस्ट अटैक, जर्मन बेकरी, चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम ब्लास्ट की जांच, मुसावाला मर्डर मिस्ट्री के साथ-साथ अंसल प्लाजा एनकाउंटर, नजफगढ़ का गैंगस्टर सोनू और उसके साथियों का एनकाउंटर और इंडियन मुजाहिद्दीन के कई आतंकवादियों का एनकाउंटर भी किया है. इसके अलावा भी नेगी ने कई चर्चित मर्डर मिस्ट्री जैसे पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला और वसंत कुंज में कोहली दंपत्ति मर्डर मिस्ट्री को सुलझाया.

गैंग, गैंगस्टर, लड़की और एनकाउंटर

ललित मोहन नेगी का करियर जितना शानदार रहा, उससे कम रोचक नहीं है उनसे जुड़े एनकाउंटर के किस्से और कहानियां. ललित मोहन नेगी ने न्यूज 18 हिंदी को बताया कि उनके जीवन का सबसे कठिन एनकाउंटर साल 2005 में गैंगस्टर सोनू और उसके साथियों का एनकाउंटर था. नेगी बताते हैं, ‘नजफगढ़ का एक गैंगस्टर सोनू काफी सारी किलिंग कर रखा था. हमलोग उसका पीछा कई महीनों से कर रहे थे. पूरे दिल्ली-एनसीआर में जगह-जगह रेड की जा रही थी. लेकिन, वह हर बार गच्चा देकर फरार हो जाता था.’

साल 2005 का सबसे चर्चित एनकाउंटर

नेगी कहते हैं, ‘एक दिन अचानक से हमें कहीं से एक मैनुअल इनपुट आई. सोनू किसी लड़की को परेशान कर रहा था. हमलोग लड़की को विश्वास में लिया और उसने इनपुट दी. दो दिन पहले ही लड़की को सोनू उठाकर ले गया था. दो दिन तक उसके साथ शारीरिक शोषण करने के बाद छोड़ दिया. लड़की उससे परेशान रह रही थी. सोनू को हर दो दिन के बाद एक नई लड़की को उठाकर चला जाता था. लड़की ने हमें गुड़गांव में वह जगह दिखाई, जहां उसे रखा गया था. हम लोगों ने उस जगह पर रेड की. क्योंकि सोसाइटी नई थी इस वजह से 80 प्रतिशत फ्लैट खाली थे. सिर्फ 20 प्रतिशत लोग ही उसमें रह रहे थे.’

गैंगस्टर सोनू, लड़की और एनकाउंटर

नेगी आगे कहते हैं, ‘सोनू लगातार ठिकाना बदल रहा था. जब भी वह फोन इस्तेमाल करता था तो अपने ठिकाने से दूर करता था. ताकि लोकेशन का पता नहीं चल सके और फिर फोन बंद कर अपने ठिकाने पर भाग जाता था. हमलोगों ने एक फ्लैट का दरवाजा तोड़कर अंदर पुहंचे तो वहां एक लड़का मिला. लड़के से पूछताछ करते रहे, लेकिन सोनू नहीं मिला. सुबह के वक्त लड़के ने सोनू के बारे में बताया हमलोगों ने पीछा किया. इश दौरन रेड में उसे एक गोली भी लगी, लेकिन वह भागकर मकान के पिछले हिस्से से दूसरे घर में चला जाता था.’

लड़की ने दी स्पेशल सेल को दी यह जानकारी

ललित मोहन नेगी ने बताया कि स्पेशल सेल के 40-50 कॉप लगातार ऊपर-नीचे कर रहे थे. इसी दौरान सोनू गैंग के एक और साथी एक घर में घूस कर पूरे घर को ही होस्टेज कर लिया. इस बीच जिसको हमने पकड़ रखा था उसने बताया कि यहां एक और उसका फ्लैट है. फिर हमलोग उस घर का दरवाजा तोड़ा. सोनू वहां मिल गया. उसने हमलोगों को दिखाने के लिए पिस्टल नीचे फेक दिया. दिखाने लगा कि मैं सरेंडर कर रहा हूं, लेकिन रुम के अंदर कई सारे हथियार थे. इस बीच उसका एक साथी घर के पीछे वाले हिस्से से नीचे उतरने लगा. लेकिन हमलोगों ने सोनू की चालाकी भांपकर उसको वहीं पर न्यूट्रीलाइज्ड कर दिया. फिर हमलोग 11 वें फ्लोर से नीचे आकर 10वें फ्लोर का दरवाजा तोड़ कर उसके दूसरे साथी का एनकाउंटर किया.’

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के इतिहास में बड़े एनकाउंटरों में से एक एनकाउंटर था. यह एनकाउंटर 14 घंटे तक लगातार चलते रहे. इस एनकाउंटर में 40-50 जवान लगे थे. इस एनकाउंटर में गैंगस्टर सोनू, जसवंत और जयप्रकाश मारा गया. इस एनकाउंटर को करने वाले एसीपी ललित मोहन नेगी को रिटायर्ड हुए, तकरीबन दो साल होने वाले हैं. लेकिन ललित मोहन नेगी अभी भी दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल में काम कर रहे हैं. गृह मंत्रालय ने ललित मोहन नेगी को वाई प्लस कैटेगरी सुरक्षा दे रखी है. दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टरों के बीच नेगी के नेटवर्क को देखते हुए बतौर सलाहकार सेवाएं चालू रखने का फैसला किया है.

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New Delhi,New Delhi,Delhi

First Published :

December 17, 2025, 13:36 IST

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वह गैंगस्टर, जो हर दूसरे दिन उठाता था नई लड़की, वही बनी मौत की वजह

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