Last Updated:December 13, 2025, 15:05 IST
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा.श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में शनिवार का दिन आतंकी हिंसा के शिकार परिवारों के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आया. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर के लोक भवन में एक भावुक समारोह के दौरान पीड़ित परिवारों को नियुक्ति पत्र सौंपे. एलजी ने साफ कहा कि प्रशासन इन परिवारों को नौकरी, न्याय और सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने इसे सिर्फ एक सरकारी कागज नहीं, बल्कि सिस्टम में खोए हुए भरोसे की वापसी बताया. एलजी ने कहा कि दशकों तक इन परिवारों के आंसू पोंछने वाला कोई नहीं था. लेकिन अब इंसाफ का लंबा इंतजार खत्म हो गया है. सरकार ने पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाए हैं जिससे पीड़ितों की गरिमा लौटी है.
साल भर में 200 से ज्यादा परिवारों को मिला सहारा, नौगाम ब्लास्ट पीड़ितों को भी मिली राहत
आज कश्मीर डिवीजन के 39 परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लौटी है. इससे पहले जम्मू में ऐसे ही 41 परिवारों को नौकरी दी गई थी. शुक्रवार शाम को नौगाम विस्फोट के 9 पीड़ित परिवारों को भी नियुक्ति पत्र मिले थे. एलजी ने बताया कि इस साल अब तक 200 से ज्यादा परिवारों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है. यह आंकड़ा बताता है कि प्रशासन कितनी तेजी से फाइलों को निपटा रहा है. पीड़ितों को अब दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते. सरकार खुद उनके दरवाजे तक पहुंच रही है.
इकोसिस्टम ने असली शहीदों को सताया, सिस्टम की बेरुखी ने जख्मों को और गहरा किया
मनोज सिन्हा ने पुराने सिस्टम और सरकारों पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि लंबे समय तक सिस्टम ने इन परिवारों के दर्द और सदमे को नजरअंदाज किया. जो आतंकवाद के असली पीड़ित और सच्चे शहीद थे, उन्हें आतंकी इकोसिस्टम के तत्वों ने परेशान किया. उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया था. कई पीढ़ियां बीत गईं लेकिन उन्हें वो प्राथमिकता नहीं मिली जिसके वे हकदार थे. लेकिन अब हम पीड़ितों की आवाज मजबूत कर रहे हैं. हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि उन्हें उनका हक मिले. अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा.
घर उजड़ा तो मां ने भीख मांगकर पाला… एलजी ने सुनाई रोंगटे खड़े करने वाली आपबीती
भाषण के दौरान एलजी सिन्हा काफी भावुक नजर आए. उन्होंने पीड़ितों के संघर्ष की एक दिल दहला देने वाली घटना का जिक्र किया. वह एक ऐसे पीड़ित से मिले थे जिसका घर आतंकियों ने तबाह कर दिया था. उस व्यक्ति ने बताया कि घर नष्ट होने के बाद उसकी मां को बच्चों का पेट भरने के लिए भीख मांगनी पड़ी. कई बच्चे अनाथ हो गए, बिना माता-पिता के बड़े हुए लेकिन कोई उनकी मदद को आगे नहीं आया. एलजी ने कहा कि ऐसी कहानियां सुनकर दिल दहल जाता है और यही हमें काम करने की प्रेरणा देती हैं.
आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे, समर्थकों को भी मिलेगी कड़ी सजा, प्रशासन का संकल्प
उपराज्यपाल ने अपनी सरकार का संकल्प दोहराया. उन्होंने कहा कि प्रशासन जम्मू और कश्मीर को आतंकवाद और उसके इकोसिस्टम से पूरी तरह आजाद कराने के लिए दृढ़ है. जो कोई भी किसी भी रूप में आतंकवाद का समर्थन करेगा, उसे कड़ी सजा मिलेगी. शांति की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है. प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में कोई भी परिवार ऐसा दुख न झेले. यह नया जम्मू-कश्मीर है जहां न्याय सबसे ऊपर है और दहशतगर्दों के लिए कोई जगह नहीं है.
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दीपक वर्मा (Deepak Verma) एक पत्रकार हैं जो मुख्य रूप से विज्ञान, राजनीति, भारत के आंतरिक घटनाक्रमों और समसामयिक विषयों से जुडी विस्तृत रिपोर्ट्स लिखते हैं. वह News18 हिंदी के डिजिटल न्यूजरूम में डिप्टी न्यूज़...और पढ़ें
Location :
Srinagar,Jammu and Kashmir
First Published :
December 13, 2025, 15:05 IST

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