'जिसकी लाठी उसकी भैंस' कहावत का ज़िक्र करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने रूस-यूक्रेन युद्ध और मौजूदा वैश्विक राजनीति पर तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि आज की अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था दोहरे मानदंडों पर चल रही है, जहां ताकतवर देशों के लिए अलग नियम हैं और कमजोर देशों के लिए अलग. भागवत ने कहा कि अगर अमेरिका कोई सैन्य कार्रवाई करता है तो उस पर सवाल नहीं उठते, लेकिन वही काम रूस करे तो उसे दोषी ठहराया जाता है. इसी तरह चीन के कदमों को भी तुरंत अपराध की श्रेणी में रख दिया जाता है. उनके मुताबिक, वैश्विक राजनीति में नैतिकता नहीं बल्कि शक्ति ही निर्णायक बन गई है. उन्होंने कहा कि दुर्बल और छोटे राष्ट्रों पर अक्सर हर समस्या का ठीकरा फोड़ दिया जाता है, जबकि बड़ी शक्तियां अपने हितों के अनुसार नियम तय करती हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध का उदाहरण देते हुए भागवत ने कहा कि इस संघर्ष को केवल नैतिक चश्मे से नहीं, बल्कि शक्ति संतुलन और अंतरराष्ट्रीय राजनीति की वास्तविकता के संदर्भ में समझने की ज़रूरत है.
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1 hour ago

