‘मैं भटक सकता हूं, लेकिन आप साथ होंगी’... तेजप्रताप का इमोशनल पोस्ट किनके लिए?

2 hours ago

पटना. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव इन दिनों पारिवारिक और राजनीतिक दोनों ही कारणों से चर्चा में रहते हैं. परिवार से अलग रह रहे तेजप्रताप ने इस बार अपनी भावनाएं सार्वजनिक मंच पर जाहिर की हैं. उन्होंने अपनी बड़ी बहन चंदा यादव के जन्मदिन पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक भावुक संदेश साझा किया है. तेजप्रताप यादव ने अपने संदेश में लिखा कि वह भले ही हमेशा सही रास्ते पर न रहे हों, लेकिन उन्हें यह भरोसा है कि जब भी वह लौटेंगे, उनकी बहन उनके साथ खड़ी होंगी. उन्होंने चंदा यादव को केवल बहन नहीं, बल्कि अपने जीवन की ‘एंकर’ बताते हुए उनके समर्थन, धैर्य और निस्वार्थ स्नेह के लिए आभार जताया. तेजप्रताप ने लिखा कि कई बार चुप रहकर भी किसी का साथ देना सबसे बड़ा समर्थन होता है और उनकी बहन ने यह भूमिका हमेशा निभाई है.

‘आपने मुझे गढ़ा है’-तेजप्रताप यादव

अपने संदेश में तेजप्रताप ने स्वीकार किया कि वह आदर्श भाई न भी रहे हों, लेकिन बहन के प्रति उनका सम्मान और प्रेम अटूट है. उन्होंने कहा कि जीवन में जो कुछ भी सीखा, उसमें बड़ी बहन की अहम भूमिका रही है. तेजप्रताप के अनुसार, चंदा यादव ने न सिर्फ उन्हें संभाला, बल्कि कठिन समय में बिना कहे उनका साथ दिया. तेजप्रताप ने लिखा कि उनकी सोच, व्यक्तित्व और संघर्ष करने की क्षमता को आकार देने में बहन का योगदान है. आगे तेज प्रताप यादव का पोस्ट है.

तेज प्रताप यादव ने जो लिखा…

हैप्पी बर्थडे, चंदा दीदी!
हो सकता है मैं आपकी जिंदगी का सबसे अच्छा भाई न हूं, लेकिन मुझे यह पक्का पता है: मैं आपसे प्यार करता हूँ, आपका सम्मान करता हूं, और मैंने आपसे बहुत कुछ सीखा है. मुझे पता है कि आपने हमेशा मेरा साथ दिया है. मुझे पता है कि आप मेरा ख्याल रखती हैं, भले ही आप इसे जोर से न कहें.
मुझे जिस बड़ी बहन की जरूरत थी, वैसी बनने के लिए धन्यवाद. चुपचाप, मजबूती से, हमेशा मेरे लिए अच्छा चाहने के लिए मेरा साथ देने के लिए धन्यवाद. अब मुझे यह समझ में आता है, और मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि मैं कितना शुक्रगुजार हूं.
आपने मुझे बड़ा होने में मदद की है. आपने मुझे आज जैसा बनाया है, उसमें आपका बहुत बड़ा हाथ है. और इसके लिए, मैं हमेशा आपका आभारी रहूंगा. मैं आपसे प्यार करता हूं, और मैं आपके लिए सिर्फ सबसे अच्छे की कामना करता हूं क्योंकि आप सिर्फ मेरी बहन नहीं हैं, आप मेरा सहारा हैं.
एक बात जो मुझे पूरी तरह से पक्का पता है: जिंदगी हमें कुछ भी दिखाए या हमारे सामने कुछ भी लाए – चाहे मुश्किल हो या सुकून, संघर्ष हो या कामयाबी, हम साथ खड़े रहेंगे. आज और हमेशा.
हो सकता है मैं हमेशा सही रास्ते पर न चलूं, लेकिन मुझे पता है कि जब मैं वापस सही रास्ते पर आऊंगा, तो आप मेरे साथ होंगी. आप जैसी हैं, वैसी होने के लिए धन्यवाद. हैप्पी बर्थडे दीदी. बहुत सारा प्यार और सम्मान.

तेजप्रताप यादव ने चंदा यादव के जन्मदिन पर भावुक संदेश साझा किया, परिवार और राजनीति में उतार-चढ़ाव के बीच बहन को जीवन की एंकर बताया.

तेजप्रताप के जीवन में उतार चढ़ाव

बता दें कि लालू परिवार बीते कुछ समय से अंदरूनी खींचतान और राजनीतिक उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है. तेजप्रताप यादव का परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी बनाना और उनके बयानों को अक्सर सियासी संकेतों से जोड़कर देखा जाता रहा है. ऐसे समय में बहन के लिए लिखा गया यह संदेश केवल एक पारिवारिक शुभकामना नहीं, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव और भरोसे का सार्वजनिक प्रकटीकरण माना जा रहा है.

राजनीति से इतर रिश्तों की झलक

राजनीति में अपने बयानों और अंदाज़ के लिए पहचाने जाने वाले तेजप्रताप यादव का यह रूप अपेक्षाकृत अलग है. संदेश में उन्होंने लिखा कि जीवन चाहे संघर्ष दिखाए या शांति, अराजकता हो या सफलता- वे बहन के साथ खड़े रहेंगे. यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि सियासी हलचलों के बीच भी पारिवारिक रिश्ते उनके लिए गहरी अहमियत रखते हैं. तेजप्रताप यादव के इस पोस्ट पर समर्थकों और आम यूज़र्स की प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं.

राजद और लालू परिवार से बेदखल तेजप्रताप

मई 2025 में एक व्यक्तिगत विवाद (सोशल मीडिया पर अनुष्का यादव से संबंध की पोस्ट) के बाद लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया और परिवार से भी बेदखल कर दिया. कथित तौर पर प्रेमिका अनुष्का यादव की एक तस्वीर वायरल होने के बाद लालू यादव ने यह कदम उठाया था. इसके बाद तेज प्रताप ने अपनी अलग राजनीतिक राह चुनी और सितंबर 2025 में जनशक्ति जनता दल नाम की नई पार्टी का औपचारिक ऐलान किया. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में तेज प्रताप ने इस पार्टी से महुआ सीट पर खुद लड़े और कुल 21 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन पार्टी कोई सीट नहीं जीत सकी और खुद तेज प्रताप महुआ से तीसरे स्थान पर रहकर करीब 51,000 वोटों के अंतर से हार गए.

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