'सूर्य पूर्व में उगता है... इसके लिए भी संविधान की मंजूरी चाहिए क्या?'

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Last Updated:December 21, 2025, 21:15 IST

'सूर्य पूर्व में उगता है... इसके लिए भी संविधान की मंजूरी चाहिए क्या?'मोहन भागवत ने कहा कि हिंदू राष्ट्र बहुत पुराना है.

कोलकाता. कोलकाता में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना में थोड़े में ही हिंदुत्व को बता दिया गया है. हिंदू शब्द उसमें नहीं है, लेकिन सभी उपासनाओं को स्वतंत्रता है. न्याय है, स्वतंत्रता है, समानता है, ये सब कहां से आया है? उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का कहना था कि यह मैंने फ्रांस से नहीं लिया है, बल्कि गीता सागर बुद्ध से लिया है. संसद में अपने भाषण में उन्होंने कहा था कि बंधु भाव यही धर्म है.

भागवत ने पूछा कि धर्म पर आधारित संविधान किसकी विशेषता है? यह हिंदू राष्ट्र की विशेषता है. हिंदू शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया, लेकिन स्वभाव से सभी वही थे, इसकी छाया उनके निर्माण में दिखाई देती है. उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू राष्ट्र बहुत पुराना है. सूर्य पूर्व में उगता है, लेकिन कब से उगता है, यह पता नहीं. अब इसके लिए भी संविधान की मंजूरी चाहिए क्या? हिंदुस्तान हिंदू राष्ट्र है. भारत को मातृभूमि मानने वाला, भारतीय संस्कृति में श्रद्धा रखने वाला और भारतीय पूर्वजों का गौरव मन में रखने वाला एक भी व्यक्ति जब तक हिंदुस्तान की धरती पर जीवित है, तब तक भारत हिंदू राष्ट्र रहेगा.

उन्होंने कहा कि अगर संसद के मन में आया कि हिंदू राष्ट्र शब्द जोड़ना चाहिए तो जोड़ेंगे, और अगर नहीं डालेंगे तो भी ठीक है. उस शब्द से कोई मतलब नहीं है. हम हिंदू हैं और राष्ट्र हमारा हिंदू राष्ट्र है. यह सत्य है. कहीं लिखा हो या न लिखा हो, लेकिन जो है, वह है. यह बदलेगा नहीं.

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Rakesh Ranjan Kumar

राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें

Location :

Kolkata,West Bengal

First Published :

December 21, 2025, 21:15 IST

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