Last Updated:December 13, 2025, 13:43 IST
Parliament Attack Anniversary: साल 2001 में 13 दिसंबर की सुबह आतंक का काला साया देश के लोकतंत्र की दहलीज तक आ पहुंचा था. देश की राजधानी के बेहद महफूज माने जाने वाले इलाके में शान से खड़े संसद भवन में घुसने के लिए आतंकवादियों ने सफेद रंग की एम्बेसडर का इस्तेमाल किया और सुरक्षाकर्मियों की आंखों में धूल झोंकने में कामयाब रहे, लेकिन उनके कदम लोकतंत्र के मंदिर को अपवित्र कर पाते उससे पहले ही सुरक्षा बलों ने उन्हें ढेर कर दिया. इस अटैक में जवान समेत 9 शहीद हो गए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने संसद हमले में शहीद हुए लोगों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

Parliament Attack Anniversary: भारतीय लोकतंत्र के मंदिर संसद पर 13 दिसंबर 2001 को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने हमला कर दिया था. भारत के शूरवीरों ने सभी पांच आतंकियों को जहन्नुम में भेज दिया था. इस हमले में 9 लोग शहीद हो गए थे, जबकि कई अन्य घायल भी हुए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने शनिवार को हमले में शहीद हुए लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. (फोटो: PTI)

Parliament Attack Anniversary: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई अन्य सांसदों ने शनिवार को संसद पर 2001 के आतंकी हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को संसद में पुष्पांजलि अर्पित की. (फोटो: PTI)

Parliament Attack Anniversary: 13 दिसंबर, 2001 को जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकवादियों ने संसद परिसर को निशाना बनाया था, जिसमें दिल्ली पुलिस के छह जवान, संसद सुरक्षा सेवा के दो सदस्य और एक माली की मौत हो गई थी. हमले के दौरान सुरक्षाबलों ने सभी पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था. प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी शहीदों को सादर नमन किया. (फोटो: PTI)
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Parliament Attack Anniversary: भारत शनिवार को इस घातक हमले की 24वीं बरसी मना रहा है. उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन भी आतंकी हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए संसद परिसर पहुंचे. श्रद्धांजलि समारोह के दौरान कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे, जिनमें केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, पीयूष गोयल, जितेंद्र सिंह और अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य सांसद शामिल थे. (फोटो: PTI)

Parliament Attack Anniversary: 13 दिसंबर, 2001 को, जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकवादी गृह मंत्रालय और संसद के फर्जी लेबल वाली कार में संसद परिसर में घुस गए थे. हालांकि, घटना से करीब 40 मिनट पहले ही राज्यसभा और लोकसभा दोनों को स्थगित कर दिया गया था, लेकिन उस समय के गृह मंत्री एलके आडवाणी और तत्कालीन रक्षा राज्य मंत्री हरिन पाठक सहित कई सांसद और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी उन 100 से ज्यादा लोगों में शामिल थे, जिनके बारे में माना जाता है कि वे अभी भी बिल्डिंग के अंदर थे. (फोटो: PTI)

Parliament Attack Anniversary: आतंकवादी अपने वाहन पर नकली पहचान स्टिकर का इस्तेमाल करके एके-47 राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर, पिस्तौल और हैंड ग्रेनेड से लैस हमलावर संसदीय परिसर के चारों ओर सुरक्षा घेरा तोड़ने में कामयाब रहे. सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की कांस्टेबल कमलेश कुमारी पहली सुरक्षाकर्मी थीं जिन्होंने आतंकवादियों को देखा और अलार्म बजाया था. (फोटो: PTI)
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4 hours ago
