Narges Mohammadi: नोबेल विजेता नरगिस मोहम्मदी चर्चा में हैं. उन्हें कथित तौर पर फिर से गिरफ्तार किया गया है. 12 दिसंबर को उनके समर्थकों ने दावा किया है कि जब वह एक मानवाधिकार वकील की श्रद्धांजलि सभा में पहुंची थीं, तभी उन्हें वहां से जबरन अरेस्ट कर लिया गया. इस पूरे मामले पर अभी ईरान की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया है. ये खबर मीडिया में आने के बाद नॉर्वे की नोबेल कमेटी ने मोहम्मदी की ‘बेरहमी से गिरफ्तारी’ की निंदा करते हुए उनकी सुरक्षा पक्की करने और उन्हें तुरंत रिहा करने की अपील भी की है. अब सवाल ये है कि आखिर नरगिस मोहम्मदी कौन हैं और क्यों उन्हें बार-बार गिरफ्तार किया जा रहा है? आइए जानते हैं....
नरगिस मोहम्मदी के बारे में जानने से पहले ये भी जानना जरूरी है कि उन्हें अब तक 13 बार गिरफ्तार किया गया है. कुल 36 साल जेल और 154 कोड़े मारने की सजा सुनाई गई है. ये जानकारी उनके नाम पर बनी संस्था ने शेयर की है.
अब आते हैं उनकी ताजा गिरफ्तारी की खबर पर...गिरफ्तारी से पहले ही नरगिस मोहम्मदी के समर्थक ये कह रहे थे कि दिसंबर 2024 में हेल्थ कारणों के चलते मिली परोल खत्म होने के बाद उन्हें दोबारा जेल भेजा जा सकता है, क्योंकि उन्हें 3 हफ्तों के लिए जमानत मिली थी. फिर मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और पश्चिमी देशों के दबाव के चलते उनकी परोल का वक्त बढ़ा दिया गया था. जून में जब ईरान और इजराइल के बीच 12 दिनों तक युद्ध हुआ तब भी नरगिस मोहम्मदी जेल से बाहर रहीं.
जिस जेल में रहीं, उसके बाहर भी प्रदर्शन किया
जेल से बाहर आने के बाद भी नरगिस मोहम्मदी ने अपनी लड़ाई जारी रखी. वो सार्वजनिक प्रदर्शनों में एक्टिव रहीं और इंटरनेशनल मीडिया से खुलकर बात करती रहीं. उन्होंने तेहरान की उस कुख्यात एविन जेल के बाहर भी प्रदर्शन किया था, जहां उन्हें पहले रखा गया था. ये वही नरगिस हैं, जिन्होंने साल 2022 में महसा अमिनी की मौत के बाद पूरे देश में हुए विरोध प्रदर्शनों का खुलकर सपोर्ट किया था. उस विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने हिजाब न पहनकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था. उन्हें आखिरी दफा 2021 में गिरफ्तार किया गया था, जब वो देशभर में हुए विरोध प्रदर्शनों में मारे गए एक शख्स की याद में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं.
Norwegian Nobel Committee condemns the brutal arrest of Narges Mohammadi.
The Norwegian Nobel Committee is deeply concerned by the brutal arrest of Narges Mohammadi alongside a number of other activists. The Committee calls on the Iranian authorities to immediately clarify… pic.twitter.com/z5SYokDvXy
— The Nobel Prize (@NobelPrize) December 12, 2025
कौन हैं नरगिस मोहम्मदी?
नरगिस मोहम्मदी ईरान में चर्चित नाम हैं. वो एक ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकार हैं. साल 2023 में उन्होंने ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई लड़ी. उन्हें महिलाओं के मानवाधिकारों और स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.
आखिर क्यों नरगिस मोहम्मदी पर हो रहा अत्याचार?
अब सवाल ये है कि नरगिस पर क्यों अत्याचार हो रहा है? तो जान लीजिए कि 52 साल की नरगिस मोहम्मदी मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाती रही हैं. इसी के चलते ईरान की सरकार ने उन पर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा’ पहुंचाने का आरोप लगाया और जेल में डाल दिया. उन्हें पहली बार 2011 में गिरफ्तार किया गया था. उन पर आरोप लगा कि वो जेल में बंद कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों की मदद कर रही थीं, इसी वजह से उन्हें कई साल तक जेल में रहना पड़ा. वो हमेशा से ईरान में महिलाओं के अधिकार और बराबरी के लिए आवाज उठाती रही हैं. उन्होंने ईरान में मृत्युदंड के खिलाफ चलाए गए अभियान में भी हिस्सा लिया था. 2011 के बाद 2015 में भी उनकी गिरफ्तारी हुई और सजा बढ़ा दी गई. वे लंबे समय तक जेल में रहीं, लेकिन बाद में स्वास्थ्य कारणों की वजह से उन्हें कुछ समय के लिए अस्थायी रिहाई दी थी.
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6 hours ago
