Last Updated:December 16, 2025, 16:23 IST
Why Luthra Brothers Arrested at Delhi Airport Instead of Bangkok? बैंकॉक से दिल्ली लाए जाने के लिए गोवा नाइट क्लब अग्निकांड मामले में आरोपी लूथरा ब्रदर्स को गोवा पुलिस ने आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. ऐसे में सवाल यह है कि जब हैंडओवर बैंकॉक में मिला था, तब गिरफ्तारी के लिए दोनों आरोपियों के दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने का इंतजार क्यों किया गया? क्या यह कोई असामान्य घटना थी, या फिर इसके पीछे कोई नियम है. आइए आपको बताते हैं अदृश्य बॉर्डर से जुड़े कुछ रोचक नियम
गोवा नाइट क्लब अग्निकांड के आरोपी लूथरा ब्रदर्स को बैंकॉक की जगह दिल्ली एयरपोर्ट से क्यों किया गया गिरफ्तार?Why Luthra Brothers Arrested at Delhi Airport Instead of Bangkok? गोवा नाइटक्लब अग्निकांड केस में वांछित लूथरा ब्रदर्स को भारतीय सुरक्षा एजेंसिया बैंकॉक से भारत ले आई हैं. मंगलवार दोपहर दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचने के बाद लूथरा ब्रदर्स को गोवा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किए जाने की तैयारी है. इस बीच, कई लोगों के जहन में यह सवाल उठ रहा है कि जब दोनों आरोपियों को भारतीय सुरक्षा एजेंसी ने बैंकॉक में कस्टडी में लिया गया था, तो फिर गिरफ्तारी के लिए आईजीआई एयरपेार्ट पहुंचने का इंतजार क्यों किया गया? क्या दोनों की गिरफ्तारी बैंकॉक या प्लेन में बोर्ड होने के बाद नहीं की जा सकती थी.
दरअसल, इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय कानून, प्रत्यर्पण प्रक्रिया और भारतीय इमिग्रेशन नियमों से जुड़े कई अहम पहलू हैं, जिन्हें समझना जरूरी है. एयरपोर्ट सिक्योरिटी से जुड़े सीनियर ऑफिसर के अनुसार, लूथरा ब्रदर्स को बैंकॉक में स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में लिया था और भारतीय नोडल एजेंसी को हैंडओवर किया गया था. चूंकि बैंकॉक में वहां का कानून लागू होता है, लिहाजा उन्हें भारतीय कानून के आधार पर वहां पर अरेस्ट नहीं किया जा सकता था. उन्होंने बताया कि जब कोई आरोपी विदेश में पकड़ा जाता है, तो उसे उस देश के कानून और अंतरराष्ट्रीय समझोते के तहत हिरासत में लिया जाता है. भारत लाए जाने तक उसे औपचारिक रूप से भारतीय न्यायिक प्रक्रिया के दायरे में नहीं माना जाता है.
जब तक नहीं पूरी होती इमिग्रेश प्रक्रिया, तब तक…
उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत किसी भी आरोपी की भारत में गिरफ्तारी दिखाने के लिए यह जरूरी होता है कि वह भारतीय सीमाक्षेत्र में प्रवेश कर चुका हो. फ्लाइट के दौरान आरोपी भले ही भारतीय अधिकारियों की निगरानी में हो, लेकिन वह तकनीकी रूप से अभी भी ट्रांजिट की स्थिति में माना जाता है. भारतीय एयर स्पेस में प्लेन के आ जाने के बावजूद आरोपी को तब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है, जबतक वह भारतीय एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन प्रॉसेस पूरी नहीं कर भारतीय सीमाक्षेत्र में दाखिल नहीं हो जाता. यहां आपको बता दें एयरपोर्ट भले ही भारतीय जमीन पर हो, लेकिन बोर्डिंग गेट से इमिग्रेशन काउंटर तक का इलाका तकनीकी तौर पर भारतीय सीमाक्षेत्र नहीं माना जा सकता है.
कोर्ट में आरोपी लगा सकता है गंभीर आरोप
यही वजह है कि कानूनन फ्लाइट में या इमिग्रेशन से पहले गिरफ्तारी दिखाना संभव नहीं होता. अगर ऐसा किया जाए, तो आरोपी बाद में कोर्ट में यह दलील दे सकता है कि उसकी गिरफ्तारी अवैध थी, क्योंकि उस वक्त वह भारतीय न्यायिक अधिकार क्षेत्र में आया ही नहीं था. ऐसे मामलों में छोटी सी प्रक्रियात्मक चूक भी पूरे केस को कमजोर कर सकती है. उन्होंने बताया कि इमिग्रेशन प्रक्रिया इस पूरे मामले में बेहद अहम कड़ी होती है. जैसे ही आरोपी भारत पहुंचता है और इमिग्रेशन काउंटर से क्लियरेंस लेता है, उसी पल वह भारतीय सीमा में आधिकारिक रूप से प्रवेश कर जाता है. इसके तुरंत बाद ही संबंधित एजेंसी आरोपी को गिरफ्तार कर सकती है और यह गिरफ्तारी पूरी तरह वैध मानी जाती है.
कैसे गिरफ्तार हुए लूथरा ब्रदर्स
लूथरा ब्रदर्स के मामले में भी यही प्रक्रिया अपनाई गई. लूथरा ब्रदर्स का बैंकॉक में हैडओवर लिया गया. इसके बाद उन्हें भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट लाया गया. आईजीआई एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनों आरोपियों को गोवा पुलिस को सौंप दिया गया. इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद गोवा पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद मेडिकल जांच, गिरफ्तारी मेमो सहित अन्य कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं, ताकि किसी भी स्तर पर कानून का उल्लंघन न हो.
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Anoop Kumar MishraAssistant Editor
Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 6 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें
First Published :
December 16, 2025, 16:23 IST

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