Donald Trump: अमेरिकी सेना ने पूर्वी प्रशांत महासागर में एक जहाज पर सैन्य हमला कर 4 ‘नारको-आतंकवादियों’ को मार गिराया है. यह कार्रवाई युद्ध सचिव पीट हेगसेथ के निर्देश पर ‘ऑपरेशन सदर्न स्पीयर’ के तहत की गई जिसे ट्रंप प्रशासन ने मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए शुरू किया है. अमेरिकी दक्षिणी कमान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी देते हुए बताया कि यह हमला 17 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में किया गया. खुफिया जानकारी के मुताबिक, जहाज एक नामित आतंकवादी संगठन द्वारा संचालित था और पूर्वी प्रशांत क्षेत्र के एक ज्ञात ड्रग तस्करी मार्ग से गुजर रहा था. हमले में चार ड्रग तस्कर मारे गए जबकि अमेरिकी सेना को कोई नुकसान नहीं हुआ.
On Dec. 17, at the direction of @SecWar Pete Hegseth, Joint Task Force Southern Spear conducted a lethal kinetic strike on a vessel operated by a Designated Terrorist Organizations in international waters. Intelligence confirmed that the vessel was transiting along a known… pic.twitter.com/Yhu3LSOyea
— U.S. Southern Command (@Southcom) December 18, 2025
इससे एक दिन पहले अमेरिकी दक्षिणी कमान ने बताया था कि उसने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में तीन अन्य जहाजों पर भी हमले किए थे जिनमें 8 नारको-आतंकवादी मारे गए थे. अमेरिकी सेना के अनुसार, अभियान शुरू होने के बाद से अब तक ड्रग तस्करी से जुड़े जहाजों को निशाना बनाकर किए गए हमलों में कम से कम 95 लोगों की मौत हो चुकी है.
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को ट्रंप ने दी चेतावनी
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, 4 दिसंबर को भी अमेरिकी सेना ने पूर्वी प्रशांत महासागर में एक मादक पदार्थों से भरे जहाज पर हमला किया था जिसमें 4 लोग मारे गए थे. ट्रंप प्रशासन ने कांग्रेस को सूचित किया है कि अमेरिका मादक पदार्थों के गिरोहों के साथ सशस्त्र संघर्ष की स्थिति में है जिसकी शुरुआत 2 सितंबर को पहले हमले से हुई थी. हालांकि, इस अभियान की वैधता को लेकर सवाल भी उठे हैं. कुछ डेमोक्रेटिक सांसदों और कानूनी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ऐसे हमले युद्ध अपराध की श्रेणी में आ सकते हैं. प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज करते हुए मारे गए लोगों को गैरकानूनी लड़ाके बताया है और न्याय विभाग के एक गोपनीय निर्णय का हवाला दिया है जो न्यायिक समीक्षा के बिना घातक सैन्य कार्रवाई की अनुमति देता है.
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बता दें, ये अभियान वेनेजुएला पर अमेरिकी दबाव की व्यापक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. हाल के दिनों में अमेरिका ने कैरिबियन क्षेत्र में हजारों सैनिकों और एक विमानवाहक पोत स्ट्राइक समूह की तैनाती की है साथ ही वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को बार-बार चेतावनी दी है. बता दें, पिछले हफ्ते अमेरिका ने वेनेजुएला के तेल परिवहन में मदद करने के आरोपी जहाजरानी कंपनियों और जहाजों पर नए प्रतिबंधों की भी घोषणा की थी.

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