Last Updated:December 16, 2025, 20:24 IST
Bondi Beach Attacker Sajid Akram: सिडनी के बॉन्डी बीच हमले के मास्टरमाइंड साजिद अकरम को लेकर तेलंगाना पुलिस ने खुलासा किया है कि वह पाकिस्तानी नहीं, बल्कि हैदराबाद का मूल निवासी था. अकरम 1998 में ऑस्ट्रेलिया बस गया था. पुलिस के मुताबिक, उसका भारत में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और वह विदेश में ही कट्टरपंथी बना. इस आतंकी हमले में 16 लोगों की जान गई थी.
पाकिस्तानी नहीं, हैदराबादी था साजिद अकरम! बॉन्डी बीच नरसंहार के मास्टरमाइंड का सच आया सामने (File Photo : AP)हैदराबाद: ऑस्ट्रेलिया के इतिहास के सबसे घातक आतंकवादी हमलों में से एक, बॉन्डी बीच गोलीबारी मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. अब तक की मीडिया रिपोर्ट्स में हमलावर को पाकिस्तानी मूल का बताया जा रहा था. लेकिन तेलंगाना पुलिस ने साफ कर दिया है कि मुख्य आरोपी साजिद अकरम मूल रूप से हैदराबाद का रहने वाला था. इस खुलासे ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं. हालांकि पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि साजिद ने करीब 27 साल पहले ही भारत छोड़ दिया था. उसका कट्टरपंथी बनने की प्रक्रिया या इस हमले से भारत का कोई लेना-देना नहीं है. यह खबर सामने आते ही हड़कंप मच गया है.
साजिद अकरम ने 27 साल पहले छोड़ा था देश, पुलिस का बयान
तेलंगाना पुलिस ने अपनी जांच के बाद एक विस्तृत बयान जारी किया है. पुलिस के मुताबिक साजिद अकरम ने हैदराबाद से बी.कॉम की पढ़ाई पूरी की थी. इसके बाद नवंबर 1998 में वह ऑस्ट्रेलिया चला गया था. पिछले 27 सालों में उसका हैदराबाद आना-जाना बहुत कम था.
वह इन सालों में सिर्फ 6 बार भारत आया था. वह भी केवल अपने बुजुर्ग माता-पिता से मिलने या संपत्ति से जुड़े मामलों को निपटाने के लिए आता था. पुलिस ने साफ किया है कि भारत छोड़ने से पहले उसका कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था. उसका बेटा नावेद अकरम (24) और बेटी दोनों ऑस्ट्रेलिया में ही पैदा हुए हैं और वहीं के नागरिक हैं. साजिद के पास भारतीय पासपोर्ट था, लेकिन उसकी सोच पूरी तरह विदेश में ही बदल गई.
10 मिनट तक मौत का तांडव
यह खौफनाक घटना रविवार को सिडनी के मशहूर बॉन्डी बीच पर हुई. वहां यहूदी समुदाय का ‘हनुक्का’ उत्सव चल रहा था. तभी 50 साल का साजिद अकरम और उसका बेटा नावेद वहां पहुंचे. उन्होंने एक ऊंचे वॉकवे से भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं.
चश्मदीदों के मुताबिक हमलावरों ने करीब 10 मिनट तक लगातार फायरिंग की. इस हमले में 16 बेगुनाह लोग मारे गए. मरने वालों में एक 10 साल की बच्ची, एक रब्बी, एक रिटायर्ड पुलिस अफसर और होलोकॉस्ट सर्वाइवर भी शामिल थे. 25 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं जिनमें से कई की हालत गंभीर है. पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में साजिद अकरम मौके पर ही मारा गया. वहीं उसका बेटा नावेद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है और पुलिस की हिरासत में है.
बॉन्डी बीच के हत्यारे साजिद अकरम की कुंडली खुली, पुलिस भी रह गई हैरान (File Photo : AP)
‘फिशिंग ट्रिप’ के बहाने रची साजिश
जांच में पता चला है कि बाप-बेटे ने इस हमले की तैयारी बहुत पहले से कर रखी थी. उन्होंने अपने परिवार को झूठ बोला था कि वे मछली पकड़ने (फिशिंग ट्रिप) जा रहे हैं. जबकि असलियत में वे सिडनी के कैंपसी इलाके में एक किराये के मकान में रुके हुए थे.
पुलिस ने नावेद के नाम पर रजिस्टर्ड एक गाड़ी से ‘इस्लामिक स्टेट’ (IS) से जुड़े दो झंडे बरामद किए हैं. इसके अलावा वहां से विस्फोटक भी मिले हैं. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस ने इसे ‘नफरत की विचारधारा’ से प्रेरित आतंकी हमला करार दिया है. उन्होंने कहा कि यह यहूदी समुदाय को डराने के लिए किया गया ‘शुद्ध बुराई’ वाला कृत्य है.
साजिद अकरम का फिलिपींस कनेक्शन और मिलिट्री ट्रेनिंग
जांच एजेंसियां अब साजिद और नावेद की हालिया विदेश यात्राओं को खंगाल रही हैं. पता चला है कि पिछले महीने ही दोनों फिलिपींस गए थे. फिलिपींस के आव्रजन विभाग ने पुष्टि की है कि वे 1 नवंबर को वहां पहुंचे थे और 28 नवंबर को वापस आए.
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस को शक है कि इस ट्रिप का मकसद ‘मिलिट्री स्टाइल ट्रेनिंग’ लेना हो सकता है. फिलहाल इसकी जांच चल रही है. साजिद के पास कुछ हथियार वैध थे, लेकिन कई अवैध हथियार भी बरामद हुए हैं. इस घटना के बाद ऑस्ट्रेलिया में गन लॉ यानी हथियार रखने के कानूनों को और सख्त करने की मांग उठने लगी है. पूरा देश इस वक्त शोक में है और झंडे आधे झुका दिए गए हैं.
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दीपक वर्मा (Deepak Verma) एक पत्रकार हैं जो मुख्य रूप से विज्ञान, राजनीति, भारत के आंतरिक घटनाक्रमों और समसामयिक विषयों से जुडी विस्तृत रिपोर्ट्स लिखते हैं. वह News18 हिंदी के डिजिटल न्यूजरूम में डिप्टी न्यूज़...और पढ़ें
Location :
Hyderabad,Telangana
First Published :
December 16, 2025, 20:24 IST

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